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उत्तर प्रदेश में दबंगों को दलितों , पिछड़ों को मारने पीटने का मानों लाइसेंस मिल गया है
और तो और सम्बंधित थाने के अधिकारीगण दबंगों का ही साथ देते हैं और मामले को रफा दफा करने की कोशिश करते हैं-ऐसा ही एक मामला जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाने के अंतर्गत आने वाले ठाकुर बहुल गांव पिलखिनी में देखने को मिला

चौथा अक्षर संवाददाता
जौनपुर
उत्तर प्रदेश में दबंगों का जंगलराज इस कदर हावी है कि दलितों , पिछड़ों को मारने पीटने का मानों उन्हें लाइसेंस मिल गया है और तो और सम्बंधित थाने के अधिकारीगण दबंगों का ही साथ देते हैं और मामले को रफा दफा करने की कोशिश करते हैं। ऐसा ही एक मामला जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाने के अंतर्गत आने वाले ठाकुर बहुल गांव पिलखिनी में देखने को मिला। जहाँ दबंगों ने विश्वकर्मा समाज के एक कार्यक्रम में न केवल अराजकता फैलाई बल्कि रात के अँधेरे में सम्बंधित परिवार के साथ जबरदस्त मारपीट की और ७४ साल की अपंग महिला को भी नहीं बख्शा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाने के अंतर्गत आने वाले ठाकुर बहुल गांव पिलखिनी में विश्वकर्मा समाज के प्रवीन विश्वकर्मा अपनी लोहे के दुकान के पास स्थित मंदिर पर नवरात्री दुर्गापूजा पर प्रसाद वितरण का एक आयोजन किया था , उस आयोजन में गांव के कुछ दबंग किस्म के लड़के कार्यक्रम में विघ्न डालने के मकसद से आये और बाद में यह कहकर की उनकी मोटरसाइकिल चोरी हो गयी है वे सब प्रवीन को उसका भुगतान करने को कहने लगे और लड़ाई झगडे पर उतर आये। और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम बंद करवा दिया।
रात करीब ११ बजे वे सब हथियार से लैस ५-७ लोगों के साथ आये और घर के लोगों के साथ मारपीट करने लगे। पहले तो वे घर के लोगों को घर में बंद कर आग लगाना चाह रहे थे लेकिन बाद में सबको मारपीटकर घर में ताला लगा दिया और इनके पुरे परिवार को घायल अवस्था में घर से बहार निकल दिया । हैरानी की बात यह कि उन लोगों ने प्रवीन विश्वकर्मा की ७४ साल की अपंग महिला को भी नहीं बक्सा और उनके पैर जिसमे रॉड लगी है उसपर भी डंडे मरे। इस बीच प्रवीन की भाभी के सिर पर दबंगों ने डंडे बरसाए जिसपर उनके सिर से खून बहने लगा और वे बेहोस होकर जमीं पर गिर पड़ीं।
जिसे लेकर बाद में घर के लोग अस्पताल ले गए जहाँ उनका परीक्षण हुआ। बाद में गौरा बादशाहपुर थाने में ४ लोगों १- मुन्ना सिंह पुत्र क्षत्रपाल सिंह, २- सूरज सिंह पुत्र मुन्ना सिंह , ३- रजरु सिंह ,४- संतोष सिंह पुत्र राणा प्रताप सिंह के खिलाफ धारा- ३२३,५०४,५०६,४५२ , और ४२७ प्राथमिकी लिखी गयी। बताया जाता है कि इन दबंगों में से कई पुलिस के मुखबिर और दलाल हैं जो प्रवीन विश्वकर्मा के परिवार वालों को धमकी दे रहे हैं कि गांव में आये तो जान से मार देंगे। गौर तलब है कि इस गांव में विश्वकर्मा समाज का इकलौता परिवार है जो विभाजन के बाद २-३ घर हो गए हैं। पता चला है की पुलिस वालों ने प्रवीन विश्वकर्मा के घर का ताला तो खुलवा दिया है लेकिन आरोपियों के खिलाफ मामले की लीपा पोती करने में लगी है।