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किसान आज दिल्ली के चारों तरफ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं
मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हैं। यह मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला जा रहा है।

चौथा अक्षर संवाददाता
नई दिल्ली
Haryana: Farmers protesting against Centre's three farm laws hold tractor rally in Palwal.
"We will head towards Singhu border from here", says Shiv Kumar Kakka, National President, Rashtriya Kisan Mazdoor Mahasangh. pic.twitter.com/GsoOpB0W1N
— ANI (@ANI) January 7, 2021
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का आज 43वां दिन है। किसान आज दिल्ली के चारों तरफ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। उनका दावा है कि इस मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हैं। यह मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला जा रहा है।
26 जनवरी को किसान परेड की तैयारी
किसानों का कहना है कि सरकार ने मांगी नहीं मानीं तो 26 जनवरी को भी ट्रैक्टर परेड होगी। आज का मार्च उसी का ट्रेलर है। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है।
यही अपील उप्र के किसानों ने की है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च की अगुआई महिलाएं ही करेंगी। हरियाणा की करीब 250 महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं।
किसानों की सरकार से कल बातचीत
किसानों और सरकार के बीच 4 जनवरी की मीटिंग बेनतीजा रही और अगली तारीख 8 जनवरी तय हुई। अगली मीटिंग में कृषि कानूनों को वापस लेने और डैच् पर अलग कानून बनाने की मांग पर बात होगी। यह 9वें दौर की बैठक होगी। इससे पहले सिर्फ 7वें दौर की मीटिंग में किसानों की 2 मांगों पर सहमति बन पाई थी, बाकी सभी बैठकें बेनतीजा रहीं।
सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को सुनवाई
कृषि कानून रद्द करने की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल से कहा कि स्थिति में कोई सुधार नहीं है। साथ ही कहा कि किसानों की हालत समझते हैं। अब 11 जनवरी को सुनवाई होगी। उधर, पंजाब के ब्ड अमरिंदर सिंह ने भी कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है।